पथरी के लक्षण
पथरी के लक्षण
1. गुर्दे की पथरी के ज्यादातर रोगी पीठ से पेट की तरफ आते भयंकर दर्द की शिकायत करते हैं.
2. दर्द के साथ जी मिचलाने तथा उल्टी होने की शिकायत भी हो सकती है
3. दर्द बाजू, श्रोणि, उरू मूल, गुप्तांगो तक बढ़ सकता है, यह दर्द कुछ मिनटो या घंटो तक बना रहता है तथा बीच-बीच में आराम मिलता है
4. पथरी के लक्षण और चिन्ह पेशाब के पत्थरों का आकार जगह, साइज और पेशाब के बहाव में अवरोध के पैमाने पर निर्भर करता है
5. पीठ के निचले हिस्से में अथवा पेट के निचले भाग में अचानक तेज दर्द, जो पेट व जांघ के संधि क्षेत्र तक जाता है
6. यदि मूत्र संबंधी प्रणाली के किसी भाग में संक्रमण है तो इसके लक्षणों में बुखार, कंपकंपी, पसीना आना, पेशाब आने के साथ-साथ दर्द होना आदि भी शामिल हो सकते हैं ; बार बार और एकदम से पेशाब आना, रुक रुक कर पेशाब आना, रात में अधिक पेशाब आना, मूत्र में रक्त भी आ सकता है।
7. अंडकोशों में दर्द, पेशाब का रंग असामान्य होना
8. यह दर्द रह-रह कर उठता है और कुछ मिनटो से कई घंटो तक बना रहता है इसे ”रीलन क्रोनिन” कहते हैं यह रोग का प्रमुख लक्षण है, इसमें मूत्रवाहक नली की पथरी में दर्दो पीठ के निचले हिस्से से उठकर जांघों की ओर जाता है
गुर्दे की पथरी के लक्षण कौन कौन से होते हैं
गुर्दे की पथरी का दर्द रुक-रुक कर होता है. जैसे 10 minutes के लिए दर्द होना और फिर अचानक व धीरे-धीरे दर्द का गायब होना.
पथरी के कारण कमर में भी दर्द होता है
पेशाब करते समय दर्द होना
पेशाब का रंग बदलना, पिला, गन्दा (Cloudy) colour में पेशाब का आना
कभी कभार यह पेशाब भूरी, गुलाबी और लाल रंग में भी आती है
पेशाब में से अजीब से बदबू आना भी पथरी होने का लक्षण होता है
भुखार आना, उलटी करना आदि
पथरी के दौरान रुक-रुक कर पेशाब आने लगती हैं
पथरी का दर्द बहुत असहनीय होता है आप इसमे न तो ठीक से बैठ पाते है, न खड़े रह पाते हैं और ना ही ठीक से सो पाते है.
अगर आपको भी ऐसा पेट दर्द होता हो तो समझ लीजिये की यह पथरी के होने का लक्षण है.
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