घुटनों में दर्द

                                  घुटनों  में दर्द का परिचय 

 


शरीर के ऐसे हिस्से जहां हड्डियां मिलती हों, जोड़ कहलाते हैं, जैसे घुटने (knee), कंधे (shoulder), कोहनी (elbow), टखना (ankle) आदि। शरीर के इन जोड़ों कि सहायता से हम दिनभर में अनेक शारीरिक कार्य करतें हैं। 


इन्हीं जोड़ों में कठोरता (stiffness), सूजन (swelling), किसी तरह की तकलीफ जो दर्द का कारण बने, जोड़ों में दर्द कहलाती है। शरीर के इन जोड़ों में आयु बढ़ने के साथ या चोट आदि लगने से रक्त संचार कम हो जाता है 


जिससे इन जोड़ों में दर्द होने लगता है।जोड़ों का दर्द जिसे मेडिकल की भाषा में आर्थराइटिस भी कहा जाता है। जोड़ों में दर्द होना आर्थराइटिस के प्रारम्भिक लक्षण होते हैं हालांकि जोड़ो में दर्द का कारण कई अन्य बीमारियाँ भी हो सकती हैं। जोड़ों का दर्द चलें फिरने पे और भी अधिक बढ़ जाता है 


ऐसे कामों में जिनमे जोड़ो को मुड़ना पड़ता है, वे सारे काम दर्द को बढ़ाते हैं। जोड़ों का दर्द (Joint Pain) शरीर के किसी भी भाग में हो सकता है, घुटने, कंधे या कमर। कई बार गठिया जोड़ों के दर्द का कारण होता है जो कई बार तनाव लेने, प्रभावित हिस्सों पर ज्यादा दबाव पड़ने, मोच आने या किसी अन्य प्रकार की चोट लगने के कारण भी ऐसा हो सकता है। 


घरेलू चिकित्सा द्वारा जोड़ों के दर्द को काफ़ी हद तक दूर किया जा सकता है और अगर नियमित रूप से इन्हें अपनाया जाए तो इस दर्द को दूर भी किया जा सकता है। 


घुटने हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। घुटनों पर ही शरीर का सारा भार टिका रहता है अत: कहा जाए तो हमें घुटनों की देखभाल अच्छी तरह से करनी चाहिए। 


घुटना शरीर का भार सहता है, उसे सपोर्ट करता है और चलायमान बनाता है| लेकिन घुटनों में विकार आने पर रोजमर्रा के काम करने में कठिनाई महसूस होने लगती है| जीवन में कभी न कभी घुटनों के दर्द की समस्या से सभी स्त्री-पुरुषों को रूबरू होना ही पड़ता है| कुछ लोग जवानी में ही इस दर्द की चपेट में आ जाते हैं और बुढापा तो घुटनों की पीड़ा के लिए खास तौर पर जाना जाता है| 

 


हमने कई बार अपने बड़े बुजर्गो को घुटनों के दर्द से तडपते हुए देखा है | दिन रात दवाई खाने से भी उन्हें कोई आराम नही मिलता है चलने फिरने में बहुत परेशानी होती है और साथ ही घुटनों को मोड़ने में, उठने – बैठने में भी दिक्कत आती है | कभी कभी उन्हें इतना ज्यादा दर्द होता की वो ठीक ढंग से सो भी नहीं पाते और उनके घुटनों में सुजन तक भी आ जाती है | उम्र के साथ हड्डियों की बीमारी बढती जाती है |


 जोड़ों में दर्द के लक्षण

  1. जोड़ों को मोड़ने में परेशानी होना

2. जोड़ों का लाल होना

3. जोड़ों में खिंचाव महसूस होना

4. जोड़ों पर कठोरता होना

5. चलने- फिरने में दिक्कत होना

6. जोड़ों में अकड़न आना

7. जोड़ों में सूजन और दर्द

8. जोड़ों में कमजोरी होना।

                                घुटनो में दर्द का कारण 

कोई भी रोग बिना किसी कारण के नहीं होता है। जब कोई मनुष्य प्रकृति के नियमों के साथ छेड़छाड़ करता है तो उसे कोई न कोई रोग हो जाता है। यदि किसी व्यक्ति के खान-पान का तरीका गलत हो, धूम्रपान और मदिरापान जैसी नशीली चीजों का सेवन करता है, अपनी जरूरत से ज्यादा काम करता है, तब उसके शरीर में कई रोग हो जाते हैं। अधिक सुख-सुविधा का जीवन जीने या अत्यधिक तैलीय पदार्थों के सेवन आदि से शरीर में वात तथा रक्त में विकृति बढ़ती ही जाती है जिसके कारण घुटने में दर्द होने लगता है। घुटने का दर्द अधिकतर उन व्यक्तियों को होता है जो अधिक मोटे तथा आलसी होते हैं। इन व्यक्तियों के शरीर का वजन बढ़ने से घुटने के पास की हड्डी के जोड़ों पर वजन अधिक बढ़ जाता है जिससे जोड़ों का रोग हो जाता है। घुटने का दर्द और भी कई कारणों से होता हैं जो इस प्रकार हैं-गलत खान-पान के तरीके के कारण शरीर के खून में खटास का बढ़ना, शरीर में क्षारत्व का कम होना, अपच होना तथा अजीर्ण रोग हो जाना आदि।


जब शरीर के किसी भाग में दर्द होता है तो इसका अर्थ यह होता है कि शरीर के उस भाग में कार्बन डाइऑक्साइड, पानी तथा अन्य जहरीले पदार्थ और वायु जमा हो गई है।


घुटनों के अंदरूनी या मध्य भाग में दर्द छोटी मोटी चोंटों या आर्थराईटीज के कारण हो सकता है| लेकिन घुटनों के पीछे का दर्द उस जगह द्रव संचय होने से होता है इसे बेकर्स सिस्ट कहते हैं| सीढ़ियों से नीचे उतरते वक्त अगर घुटनों में दर्द होता है तो इसे नी केप समस्या जाननी चाहिए | यह लक्षण कोंट्रोमलेशिया का भी हो सकता है| सुबह के वक्त उठने पर अगर आपके घुटनों में दर्द होता है तो इसे आर्थराई टीज की शुरू आत समझनी चाहिएचलने फिरने से यह दर्द धीरे-धीरे कम हो जाता है| बिना किसी चोंट या जख्म के अगर घुटनों में सूजन दिखे तो यह ओस्टियो आर्थ रा ईटीज,गाऊट अथवा जोड़ों का संक्रमण की वजह से होता है| 


 - उम्र बढ़ने के साथ

- हड्डियों में रक्त की आपूर्ति में रूकावट आना

- रक्त का कैंसर होना

- हड्डियों में मिनरल यानि की खनिज की कमी होना

- जोड़ों पर बहुत ज्यादा दबाव पड़ना

- जोड़ों में इंफेक्शन होना

- हड्डियों का टूटना

- मोच आना या चोट लगना

- हड्डियों में ट्यूमर आदि की शिकायत होना

- अर्थराइटिस

- बर्साइटिस

- ऑस्टियोकोंड्राइटिस

- कार्टिलेज का फटना

- कार्टिलेज का घिस जाना।

                              घुटनो के  दर्द से पीड़ित रोगी के लिए परहेज 

इस रोग से पीड़त रोगी को कभी भी किसी प्रकार की खटाई, अचार, छाछ, दही, टमाटर तथा पेट में वायु बनाने वाले पदार्थो को नहीं खाना चाहिए।

इस रोग से पीड़ित रोगी को दालों का सेवन नहीं करना चाहिए।

घुटने के दर्द से पीड़ित रोगी को मैदे व बेसन से बनी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।

घुटने के दर्द से पीड़ित रोगी को तली-भुनी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।

इस रोग से पीड़ित रोगी को ठंडे पदार्थों जैसे- कोल्डड्रिंक, आइसक्रीम, बर्फ का पानी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।

                         घुटनों का दर्द के चमत्कारी उपचार 

 ► तेल मालिश असरदार

  दर्द वाली जगह पर गहराई से की गयी तेल की मालिश भी दर्द से छुटकारा पाने में एक असरदार तरीका है। जोड़ों के दर्द का तेल, किसी अच्छे तेल से लगातार 20 मिनिट तक की गयी मालिश ऊतकों में रक्तसंचार को बढ़ा देता है और दर्द और सूजन को दूर करता है।


  ► गर्म और ठंडी सिकाई

  जोड़ों के दर्द से निजात के लिए गर्म और ठंडी सिकाई करने से भी बहुत आराम मिलता है। गर्म सिकाई करने से रक्त संचार बेहतर होता है वहीं ठंडी सिकाई से सूजन और चुभन कम होती है। 


गर्म सिकाई के लिए गर्म पानी की बोतल को तौलिया में लपेट कर गर्दन की सिकाई करें। जबकि, ठंडी सिकाई करने के लिए बर्फ के टुकड़ों को तौलिया में लपेटकर, उस तौलिया से सिकाई करें। सिकाई करते वक्त कम से कम दो से तीन मिनट तक गर्दन की लगातार सिकाई होनी चाहिए। 


यह पूरी प्रक्रिया 15 से 20 मिनट में दोहराएं। इस विधि को आराम होने तक दिन में दो बार करें। सिकाई करने के लिए इलेक्ट्रिक हीटिंग पैड का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।

                              घुटनो का दर्द उपाय 1 

नीचे बताई गयी सामग्री को मिला कर हल्दी का एक दर्द निवारक पेस्ट बना लीजिये.

1 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर

1 छोटा चम्मच पीसी हुई चीनी, या बूरा या शहद

 1 चुटकी चूना (जो पान में लगा कर खाया जाता है)

आवश्यकतानुसार पानी

इन सभी को अच्छी तरह मिला लीजिये. एक लाल रंग का गाढ़ा पेस्ट बन जाएगा.

यह पेस्ट कैसे प्रयोग करें:-

 सोने से पहले यह पेस्ट अपने घुटनों पे लगाइए. इसे सारी रात घुटनों पे लगा रहने दीजिये.

 सुबह साधारण पानी से धो लीजिये.

कुछ दिनों तक प्रतिदिन इसका इस्तेमाल करने से सूजन, खिंचाव, चोट आदि के कारण होने वाला घुटनों का दर्द पूरी तरह ठीक हो जाएगा.

                               घुटनो का दर्द उपाय

  1 छोटा चम्मच सोंठ का पाउडर लीजिये और इसमें थोडा सरसों का तेल मिलाइए.

 इसे अच्छी तरह मिला कर गाड़ा पेस्ट बना लीजिये.

 इसे अपने घुटनों पर मलिए. इसका प्रयोग आप दिन या रात कभी भी कर सकते हैं.

 कुछ घंटों बाद इसे धो लीजिये. यह प्रयोग करने से आपको घुटनों के दर्द में बहुत जल्दी आराम मिलेगा.

घुटनों का दर्द – उपाय 3

नीचे बताई गयी सामग्री लीजिये:-

 4-5 बादाम

 5-6 साबुत काली मिर्च

10 मुनक्का

6-7 अखरोट

प्रयोग:

 इन सभी चीज़ों को एक साथ मिलाकर खाएं और साथ में गर्म दूध पीयें.

कुछ दिन तक यह प्रयोग रोजाना करने से आपको घुटनों के दर्द में आराम मिलेगा.

घुटनों का दर्द – उपाय 4

खजूर विटामिन ए, बी, सी, आयरन व फोस्फोरस का एक अच्छा प्राकृतिक स्रोत है. इसलिए, खजूर घुटनों के दर्द सहित सभी प्रकार के जोड़ों के दर्द के लिए बहुत असरकारक है.

प्रयोग:

एक कप पानी में 7-8 खजूर रात भर भिगोयें.

सुबह खाली पेट ये खजूर खाएं और जिस पानी में खजूर भिगोये थे, वो पानी भी पीयें. ऐसा करने से घुटनों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, और घुटनों के दर्द में बहुत लाभ मिलता है.

घुटनों का दर्द – उपाय 5

नारियल भी घुटनों के दर्द के लिए बहुत अच्छी औषधी है.

 नारियल का प्रयोग:

 रोजाना सूखा नारियल खाएं.

 नारियल का दूध पीयें.

 घुटनों पर दिन में दो बार नारियल के तेल की मालिश करें.

 इससे घुटनों के दर्द में अद्भुत लाभ होता है.

आशा है आपको इन आसान घरेलू उपायों की मदद से घुटनों के दर्द से छुटकारा मिलेगा और आपकी ज़िंदगी बेहतर हो सकेगी









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